Monsoon 2025 की शुरुआत का इंतजार

Monsoon 2025: मानसून की शुरुआत की तारीख
केरल में मानसून का आगमन

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 10 मई 2025 को एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि
दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 मई 2025 को केरल तट पर पहुंचने की संभावना है। यह सामान्य तारीख 1 जून से पांच दिन पहले है।
इस जल्दी आगमन से खरीफ की बुआई और जलाशयों के स्तर में सुधार की उम्मीद है।
IMD के अनुसार, मानसून के जल्दी आने का कारण अनुकूल मौसमी परिस्थितियां हैं,
जिसमें एल नीनो की अनुपस्थिति और न्यूट्रल IOD (इंडियन ओशन डायपोल) की स्थिति शामिल है।
अंडमान और अन्य क्षेत्रों में मानसून
इससे पहले, IMD ने अनुमान लगाया था कि Monsoon 2025 दक्षिण अंडमान सागर,
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और निकोबार द्वीप समूह में 19 मई 2025 को पहुंचेगा। यह सामान्य तारीख 22 मई से कुछ दिन पहले है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अंडमान में मानसून के आगमन के बाद,
यह आमतौर पर 10 दिनों के भीतर केरल पहुंचता है।
हालांकि, हर साल मौसमी परिस्थितियों के आधार पर इसमें बदलाव हो सकता है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान: Monsoon 2025 के लिए अनुमान
अधिक बारिश की संभावना
IMD ने अप्रैल 2025 में अपनी पहली लंबी अवधि की भविष्यवाणी में कहा था
कि Monsoon 2025 में भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, जून से सितंबर तक होने वाली बारिश लंबी अवधि के औसत (LPA) 87 सेमी से 105% तक हो सकती है।
यह अनुमान न्यूट्रल एल नीनो और ला नीना की स्थिति पर आधारित है।
एल नीनो, जो अक्सर कम बारिश का कारण बनता है, इस साल अनुपस्थित है, जो अच्छी बारिश के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
क्षेत्रीय प्रभाव और बारिश का वितरण
IMD ने यह भी बताया कि Monsoon 2025 में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होगी।
हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत, उत्तर-पूर्व और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे प्रमुख मानसून क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश की उम्मीद है।
यह खरीफ फसलों और किसानों के लिए एक अच्छी खबर है।
क्या बनाता है Monsoon 2025 को अनुकूल?
एल नीनो और ला नीना की स्थिति
IMD के अनुसार, Monsoon 2025 के दौरान एल नीनो की स्थिति नहीं होगी।
एल नीनो आमतौर पर कम बारिश का कारण बनता है,
लेकिन इस साल न्यूट्रल ENSO (एल नीनो-सदर्न ऑसिलेशन) की स्थिति बनी रहेगी, जो अच्छी बारिश के लिए अनुकूल है।
इसके अलावा, ला नीना की हल्की स्थिति भी देखी जा सकती है, जो भारत में अधिक बारिश लाने में मदद करती है।
यह किसानों और जल संसाधनों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
यूरेशियन हिमपात और IOD का प्रभाव
IMD ने यह भी बताया कि जनवरी से मार्च 2025 के दौरान यूरेशियन और हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात सामान्य से कम था।
कम हिमपात का मानसून की बारिश के साथ उलटा संबंध होता है, यानी कम हिमपात से अधिक बारिश की संभावना बढ़ती है।
साथ ही, न्यूट्रल इंडियन ओशन डायपोल (IOD) की स्थिति भी Monsoon 2025 को बेहतर बनाने में मदद करेगी।
IOD का सकारात्मक चरण अक्सर भारत में अच्छी बारिश लाता है।
निष्कर्ष: Monsoon 2025 से उम्मीदें
Monsoon 2025 भारत के लिए एक अच्छा साल साबित हो सकता है, क्योंकि IMD ने सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है।
केरल में 27 मई 2025 को मानसून के आगमन और अंडमान में 19 मई 2025 को इसकी शुरुआत एक सकारात्मक संकेत है।
हालांकि, मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए, हमें तैयार रहना चाहिए।
किसानों को अपनी बुआई की योजना बनाने और सरकार को आपदा प्रबंधन के लिए कदम उठाने की जरूरत है।
Monsoon 2025 देश की अर्थव्यवस्था और कृषि के लिए एक नई उम्मीद लेकर आ सकता है।
संबंधित लिंक्स
आर्गेनिक खेती के लिए इस लिंक में जाएं और समझे
Monsoon anticipation: On the monsoon in 2025 – The Hindu (आउटबाउंड लिंक)
India may receive above-normal monsoon rains in 2025, weather department predicts – India Today (आउटबाउंड लिंक)
Monsoon Information | India Meteorological Department (आउटबाउंड लिंक)
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