Jaipal Singh Munda Scholarship:योजना का परिचय

Jaipal Singh Munda Scholarship :झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने एक ऐसी योजना शुरू की है, जो गरीब और प्रतिभाशाली छात्रों के लिए विदेश में पढ़ाई का रास्ता खोलती है।
इसका नाम है Jaipal Singh Munda Scholarship योजना। इस योजना का मकसद है अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति,
पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए यूनाइटेड किंगडम और नॉर्दर्न आयरलैंड भेजना।
इसलिए, अगर आप विदेश में पढ़ने का सपना देखते हैं, तो ये योजना आपके लिए है।
2. जयपाल सिंह मुंडा कौन थे?
Jaipal Singh Munda Scholarship योजना का नाम झारखंड के महान नेता जयपाल सिंह मुंडा के नाम पर रखा गया है।
वे पहले आदिवासी थे, जिन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की।
इसके अलावा, उन्होंने 1928 के ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी कर गोल्ड मेडल जिताया।
उनकी प्रेरणा से ये योजना शुरू हुई। इसलिए, ये योजना उनके योगदान को सम्मान देती है।
3. योजना का उद्देश्य
Jaipal Singh Munda Scholarship का मुख्य लक्ष्य है झारखंड के होनहार छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा का मौका देना।
ये योजना गरीबी को शिक्षा की राह में बाधा नहीं बनने देती।
साथ ही, ये आदिवासी और अन्य पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास करती है।
इसीलिए, ये योजना सामाजिक समानता को बढ़ावा देती है।
4. कौन-कौन उठा सकता है फायदा?
इस योजना का लाभ अनुसूचित जनजाति (ST), अनुसूचित जाति (SC), पिछड़ा वर्ग (OBC) और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र ले सकते हैं।

हर साल 25 छात्रों का चयन होता है। इसमें 10 ST, 5 SC, 7 OBC और 3 अल्पसंख्यक छात्र शामिल होते हैं।
इसलिए, ये योजना सभी वर्गों को समान अवसर देती है।
5. किन कोर्सेज के लिए है ये योजना?
Jaipal Singh Munda Scholarship के तहत छात्र 1 साल के मास्टर्स कोर्स या 2 साल के एम.फिल कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ये कोर्स यूनाइटेड किंगडम और नॉर्दर्न आयरलैंड के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में उपलब्ध हैं।
इसके अलावा, 31 अलग-अलग विषयों में पढ़ाई का विकल्प है। इसीलिए, छात्र अपनी रुचि के हिसाब से कोर्स चुन सकते हैं।
6. खर्च का पूरा कवरेज
इस योजना की सबसे खास बात है कि ये पढ़ाई का पूरा खर्च उठाती है।
इसमें ट्यूशन फीस, हवाई यात्रा, मेडिकल इंश्योरेंस, वीजा फीस, किताबें, और रहने-खाने का खर्च शामिल है।
साथ ही, छात्रों को वार्षिक अनुरक्षण भत्ता भी मिलता है। इसलिए,Jaipal Singh Munda Scholarship आर्थिक तंगी को दूर करती है।
7. आवेदन की प्रक्रिया
जयपाल सिंह छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करना आसान है।
आपको झारखंड सरकार की वेबसाइट www.mgos.jharkhand.gov.in पर जाना होगा।
वहां ऑनलाइन फॉर्म भरना होता है। इसके अलावा, जरूरी दस्तावेज जैसे मार्कशीट,
आय प्रमाण पत्र और यूनिवर्सिटी का ऑफर लेटर जमा करना पड़ता है। इसीलिए, समय पर आवेदन करना जरूरी है।
8. पात्रता के मानदंड
इस योजना के लिए आपकी उम्र 35 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
साथ ही, आपके माता-पिता की सालाना आय 1,20,000 रुपये से कम होनी चाहिए।
इसके अलावा, आपके पास यूनाइटेड किंगडम या नॉर्दर्न आयरलैंड के किसी विश्वविद्यालय से ऑफर लेटर होना जरूरी है।
इसलिए, अच्छे अकादमिक रिकॉर्ड वाले छात्रों को प्राथमिकता मिलती है।
9. चयन प्रक्रिया
चयन के लिए छात्रों को लिखित परीक्षा और इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है।

इसमें उनके अकादमिक रिकॉर्ड, रुचि और भविष्य की योजनाओं को परखा जाता है।
इसके अलावा, चयन समिति ये भी देखती है कि छात्र योजना के उद्देश्यों को कितना समझते हैं।
इसीलिए, तैयारी के साथ आवेदन करना जरूरी है।
10. योजना का बजट
झारखंड सरकार ने इस योजना के लिए 16 करोड़ रुपये का सालाना बजट रखा है।
जरूरत पड़ने पर इसे और बढ़ाया जा सकता है।
पहले ये बजट 10 करोड़ था, लेकिन छात्रों की संख्या बढ़ने के साथ इसे बढ़ाया गया।
इसलिए, सरकार इस योजना को लेकर गंभीर है।
11. पिछले सालों की सफलता
पिछले कुछ सालों में इस योजना ने कई छात्रों का जीवन बदला है।
उदाहरण के लिए, हरक्यूलिस सिंह मुंडा लंदन यूनिवर्सिटी में एमए कर रहे हैं।
इसी तरह, दिनेश भगत ससेक्स यूनिवर्सिटी में क्लाइमेट चेंज की पढ़ाई कर रहे हैं।
इसीलिए,Jaipal Singh Munda Scholarship ने कई सपनों को हकीकत बनाया है।
12. ब्रिटिश हाई कमीशन से साझेदारी
इस योजना को और मजबूत करने के लिए झारखंड सरकार ने ब्रिटिश हाई कमीशन के साथ समझौता किया है।
इसे शेवनिंग-मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति के नाम से जाना जाता है।
इस साझेदारी से छात्रों को बेहतर संसाधन और अवसर मिलते हैं। इसलिए, ये योजना अब और भी प्रभावी हो गई है।
13. आवेदन की तारीखें
आवेदन की प्रक्रिया हर साल मार्च में शुरू होती है।
आखिरी तारीख आमतौर पर 31 मार्च होती है।
इसके अलावा, कुछ सालों में जून तक भी आवेदन लिए जाते हैं। इसीलिए, तारीखों पर नजर रखना जरूरी है।
समय पर आवेदन करने से मौका नहीं चूकता।
14. योजना का सामाजिक प्रभाव
Jaipal Singh Munda Scholarship न सिर्फ छात्रों की जिंदगी बदली, बल्कि समाज में भी बदलाव लाया है।
ये योजना आदिवासी और पिछड़े वर्गों को आत्मविश्वास देती है।
साथ ही, ये उन्हें वैश्विक मंच पर पहचान दिलाती है। इसलिए, ये योजना सामाजिक उत्थान का बड़ा माध्यम है।
15. चुनौतियां और समाधान
कई छात्रों को इस योजना के बारे में जानकारी का अभाव एक बड़ी चुनौती है।
इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की कमी भी दिक्कत पैदा करती है।

हालांकि, सरकार जागरूकता अभियान और सहायता केंद्र खोलकर इन समस्याओं को हल कर रही है।
इसीलिए, धीरे-धीरे जागरूकता बढ़ रही है।
16. भविष्य की योजनाएं
सरकार ने इस योजना को और विस्तार देने की योजना बनाई है।
पहले 25 छात्रों को मौका मिलता था, अब इसे 50 तक बढ़ाने का फैसला हुआ है।
इसके अलावा, भविष्य में और देशों को भी इस योजना में शामिल किया जा सकता है।
इसलिए, आने वाला समय और सुनहरा होगा।
17. छात्रों के लिए सुझाव
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो पहले अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें।
इसके अलावा, इंग्लिश में अच्छी पकड़ बनाएं, क्योंकि विदेशी यूनिवर्सिटी में ये जरूरी है।
साथ ही, समय पर दस्तावेज तैयार रखें। इसीलिए, पहले से तैयारी शुरू कर दें।
18. क्यों है ये योजना खास?
जयपाल सिंह छात्रवृत्ति योजना देश की पहली ऐसी योजना है, जो पूरे खर्च के साथ विदेश में पढ़ाई का मौका देती है।
ये सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि एक नई सोच और आत्मविश्वास भी देती है।
इसलिए, ये योजना झारखंड के लिए गर्व की बात है।
19. समाज के लिए प्रेरणा
इस योजना से प्रेरित होकर कई छात्र अब बड़े सपने देख रहे हैं।
ये योजना दिखाती है कि मेहनत और लगन से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है।
इसके अलावा, ये दूसरों को भी अपने लक्ष्यों के लिए प्रेरित करती है। इसीलिए, ये योजना एक मिसाल है।
20. निष्कर्ष
जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना झारखंड के छात्रों के लिए एक अनमोल तोहफा है।
ये न सिर्फ शिक्षा का रास्ता खोलती है, बल्कि एक नई जिंदगी भी देती है।
इसलिए, अगर आप या आपका कोई जानने वाला इस योजना के लिए योग्य है, तो देर न करें।
आवेदन करें और अपने सपनों को उड़ान दें।
अधिक जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं!
10 और 12th 2026 कैसे करें तैयारी Tips देखें!
Pingback: Latest Sarkari Naukri 2025: विदेश मंत्रालय भर्ती की तैयारी टिप्स